ई-अनुज्ञा पत्र

एन0आई0सी0 की राज्य इकाई के सहयोग से आँन-लाईन अनुज्ञा पत्र मॉड्यूल सॉफ्टवेर का विकास किया गया इसके उपयोग से प्रदेश के लायसेंसी व्यापारियों को अनुज्ञा पत्र प्राप्त करने की सुविधा के साथ-साथ प्रदेश की विभिन्न मंडियों में आँन-लाईन अनुज्ञा पत्र का सत्यापन तथा राजस्व की प्राप्ति सुनिश्चित की जा सकेगी एवं भौतिक रूप से जारी होने वाले अनुज्ञा पत्रों में फर्जी/अवैध उपयोग पर प्रभावी रूप से नियंत्रण किया जाना संभव हो सकेगा।

प्रदेश की प्रमुख कृषि एवं उद्यानिकी फसलें

अनाज गेहूं, ज्‍वार, मक्‍का, धान
तिलहन सोयाबीन, सरसों, अलसी
दलहन चना, मसूर, तुअर
सब्‍जीयॉं हरी मटर, फूलगोभी, भिण्‍डी, टमाटर, आलू, प्‍याज
फल आम, अमरुद, संतरा, केला, पपीता
मसाले मिर्ची, लहसून, धनिया, अदरक, हल्‍दी

कृषि पृष्टभूमि

  • मध्‍यप्रदेश 308252 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल के मान से देश में दूसरा सबसे बड़ा राज्‍य होने के साथ इसकी जनसंख्‍या 07.27 (Census 2011) करोड़ है। राज्‍य की कुल आबादी की 72.37% जनसंख्‍या ग्रामीण होकर आजीविका के लिये कृषि पर निर्भर है।
  • अनेकता में एकता प्रदेश की अनेक बहुआयामी खूबियों में से एक है तथा अनुभव के लिये यहॉं की संस्‍कृति अपने आप में एक मिसाल है।
  • मध्‍यप्रदेश भारत की वाणिज्यिक गतिविधियों के केंद्र में स्थित होने से यह भारत के सभी प्रमुख कृषि बाजार से एक आसान दूरी पर स्थित है।
  • मध्‍यप्रदेश प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध है एवं इसमें 7 प्रकार की मृदा 11 प्रकार के कृषि जलवायु क्षेत्र एवं 5 फसलीय क्षेत्रों का उपलब्‍ध होना सभी प्रकार की फसलों के उत्‍पादन के लिये अनुकूल है।
  • जिला नरसिंहपुर की कृषि भूमि को एशिया भर में सबसे अधिक उपजाऊ भूमि माना जाता है। यह जिला समृद्ध कृषि उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है।
  • कुल उपलब्‍ध फसल क्षेत्र का लगभग 55% खरीफ मौसम में एवं 45% रबी मौसम में बुआई की जाती है। बहुफसली क्षेत्र कुल उपलब्‍ध कृषि भूमि का 30% है।
  • मध्‍यप्रदेश देश में जिन्‍स तिलहन एवं दलहन उत्‍पादन में शीर्ष पर है। राष्ट्रीय उत्‍पादन (2008-09) में मध्‍यप्रदेश का तिलहन में योगदान 31% (सोयाबीन 63.74%) है, दलहन उत्‍पादन में मध्‍यप्रदेश का योगदान 29% (चना 45%) है जबकि ज्‍वार एवं मसूर में मध्‍यप्रदेश दूसरा तथा मक्‍का एवं तुअर उत्‍पादन में तीसरा सबसे बड़ा राज्‍य है।
  • मसाला उत्‍पादन में जिन्‍स लहसून में मध्‍यप्रदेश का योगदान कुल राष्ट्रीय उत्पादन का 37% है जबकि मध्‍यप्रदेश धनिया उत्‍पादन में दूसरा सबसे बड़ा राज्‍य है। जिन्‍स मटर में मध्‍यप्रदेश का योगदान कुल राष्ट्रीय उत्पादन का 15% है।
  • राज्य के पश्चिमी मालवा क्षेत्र में उगाया गया आलू अपनी गुणवत्‍ता के कारण "चिप्स प्रोसेसिंग" के लिए उपयोगी साबित है।
  • प्रदेश की कृषि उपज मण्‍डी समितियों में उत्‍पादक को कृषि उपज की बिक्री के लिए प्रतिस्‍पर्धात्‍मक मूल्‍य एवं विपणन की पर्याप्‍त सुविधायें उपलब्‍ध हैं। मण्‍डी अधिनियम तथा उसके अंतर्गत नियमों एवं उपविधियॉं के क्रियान्‍वयन से बेहतर विपणन व्‍यवस्‍था लागू है।

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