म० प्र० राज्य कृषि विपणन बोर्ड, के गठन का प्रमुख उद्देश्य प्रदेश में स्थापित कृषि उपज मण्डी समितियों के कामकाज के व्यवस्थित संचालन, मण्डी समितियों के माध्यम से अधिनियम या उसके अधीन बनाए गए नियमों को प्रभावी ढंग से लागू करना एवं उन पर नियंत्रण रखना है।
मध्यप्रदेश भारत की वाणिज्यिक गतिविधियों के केंद्र में स्थित होने से यह भारत के सभी प्रमुख कृषि बाजार से एक आसान दूरी पर स्थित है।.
कृषि उत्पादन के विपणन में उत्पादक कृषकों के हितों को सर्वोपरि रखने की राज्य शासन की नीति रही है। कृषि उत्पादन के नियमित एवं सर्वांगीण विकास के लिये राष्ट्रीय कृषि आयोग की अनुशंसा के आधार पर मध्यप्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड के गठन का प्रावधान वर्ष 1973 में मण्डी अधिनियम में किया गया है। वर्ष 1973 से सतत रुप से प्रदेश की कृषि उपज मण्डियों के विकास के लिये मण्डी बोर्ड उद्वेश्य के लिये सतत प्रयत्नशील है।